रामायण की शूटिंग कब हुई थी? और किन-किन क्षेत्रों में हुई थी?
रामानंद सागर ने 'रामायण' की शूटिंग के लिए गुजरात-महाराष्ट्र की सीमा पर उमरगाम में सेट लगाया हुआ था इसलिए उन्हें नए एपिसोड की शूटिंग करने के लिए फिर से उमरगांव जाना पड़ता था।
रामायण का प्रसारण सबसे पहले 25 जनवरी1987 को हुआ था हालांकि 33 साल पहले दूर दर्शन पर रामायण को आने में 2 साल लगे थे ।
'रामायण' की अधिकांश शूटिंग मुंबई से 159 किलोमीटर दूरी पर स्थित उमरगांव में हुई थी
Ramanand Sagar Ramayan ! Making of ramayan
क्या आप जानते हैं कि रामायण के सेतु निर्माण वाले सीन की शूटिंग कहाँ हुई थी ?
रामायण में राम सेतु वाले सीन को लेकर आपके दिमाग में सवाल उठ रहा होगा कि इसकी शूटिंग आखिर कहां हुई है तो आपको बता दू की सेतु निर्माण का सीन चेन्नई में शूट किया गया था।
उस समय न इतने अत्याधुनिक कैमरे नहीं थे. इसके बावजूद सीरियल से जुड़े सभी लोगों की मेहनत के कारण ही हर सीन आज भी लोगों के जेहन में याद है
जिस समय रामायण की शूटिंग हुई थी उस समय न इतने अत्याधुनिक कैमरे नहीं थे इसके बावजूद सीरियल से जुड़े सभी लोगों की मेहनत के कारण ही हर सीन आज भी लोगों के जेहन में याद है
आपको बता दें कि रामायण की ज्यादातर शूटिंग रामानंद सागर के बंगले सागर विला में हुई है. वहीं कुछ सीन आउटडोर भी हुई है. जब सीन बाहर शूट होता था तब बाहर के कलाकारों की मदद ली जाती थी
रामायण की शूटिंग को लेकर रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने बताया था कि कई बार जूनियर कलाकारों की जरूरत पड़ती थी. ऐसे में गांव से तलाश कर उनकी भर्ती की जाती थी
गौरतलब है कि रामायण की पॉपुलरिटी केवल देश में ही नहीं दुनियाभर में है एक रिपोर्ट के मुताबिक इसे करीब 65 करोड़ से ज्यादा लोगों ने टीवी पर देखा है रामायण सीरियल की शूटिंग लगातार करीब डेढ़ साल तक चली थी
दूरदर्शन पर पहली बार रामायण का प्रसारण 25 जनवरी 1987 में शुरू हुआ और आखिरी एपिसोड 31 जुलाई 1988 को देखने को मिला था। सीरियल में राम का किरदार निभाने वाले अरुण गोविल, सीता का किरदार निभाने वालीं दीपिका चिखलिया और लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले सुनील लहरी हाल ही में 'द कपिल शर्मा शो' में नजर आए थे।
ये 52 एपिसोड की सीरीज थी. बाद में तीन बार एक्सटेंड होने के बाद इसके 78 एपिसोड टेलीकास्ट किए गए,
रिपोर्ट्स हैं कि रामायण का शूट 550 दिनों तक चला था इसे गुजरात के उमरगाम में शूट किया गया था
साल 1987 में ठंड का समय था और हजारों घरों में टेलिविजन ने दस्तक दे दी थी 25 जनवरी को रमानंद सागर की रमायाण का पहला एपिसोड प्रसारित हुआ कुछ ही दिनों में रामायण ने घर-घर में पैठ बना ली, रामायण के पात्र, फिल्मांकन, किरदार और संवादों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया राम, लक्ष्मण और सीता का किरदार निभाने वाले अभिनेताओं में आज भी कई लोग भगवान का रूप देखते हैं रामायण के बनने की कहानी भी काफी अनोखी है. फिल्मों की दुनिया में मशगूल रामानंद सागर जब फ्रांस में चरस फिल्म की शूटिंग कर रहे थे तो एक दिन शाम को उनके मन में राम का संदेश जागा और उन्होंने रामायण बनाने का फैसला लिया।
रामानंद सागर की बॉयग्राफी फ्राम बरसात टू रामायण लिखने वाले उनके बेटे प्रेम सागर ने किताब में इसका जिक्र किया है प्रेम सागर बॉयोग्राफी में लिखते हैं कि ' साल 1976 में चरस फिल्म की शूटिंग फ्रांस में चल रही थी फिल्म में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी काम कर रहे थे दिनभर शूटिंग के बाद रामानंद एक कैफे में जा पहुंचे सर्दियों का समय था तो रामानंद ने वाइन ऑर्डर की और इंतजार करने लगे कैफे में जब वेटर वाइन लेकर आया तो उसने सामने रखे एक बॉक्स को खोला और टीवी ऑन कर दी, टीवी ऑन होते ही उसमें रंगीन फिल्म चलने लगी, ये देखते ही रामानंद की आंखें चमक उठीं !
इसके बाद रामानंद ने फैसला लिया कि अब वे फिल्मों का काम छोड़कर टीवी की दुनिया में एंट्री लेंगे और भगवान राम, श्री कृष्ण और मां दुर्गा की कहानी टीवी पर बताएंगे , ये सपना रामानंद के जहन से कई साल पल रहा था जिसे इस रंगीन टीवी ने उड़ने को आकाश दे दिया था इसके बाद फिर रामानंद अपने देश वापस लौट आए रामानंद ने टीवी के लिए काम करना शुरू कर दिया, साल 1976 में रामानंद सागर ने रामायण के प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया।
करीब 10 सालों तक कड़ी मेहनत और जटिल संघर्ष के बाद रामानंद ने ऐसा सीरियल बनाया कि हिंदुस्तान के घर-घर में शाम को रामायण का इंतजार होने लगा, दूरदर्शन पर आने वाला यह सीरियल टीवी के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है।
करीब 3 दशकों बाद कोरोना महामारी के दौर में जब इस सीरियल को फिर से प्रसारित किया गया तो इसकी टीआरपी ने आधुनिक सीरियल्स को भी धूल चटा दी ! पूरे हिंदुस्तान ने एक बार फिर से रामायण को देखा और युवा पीढ़ी भी इस सीरियल को बहोत पसंद किये !
नमन है एडिटर को जो वीएफएक्स के द्वारा इतना अच्छा रामायण बनाया , वीडियो पसंद आये तो कमेन्ट में जय श्री राम लिखे ताकि हम जान सके की आपको रामायण टीवी सीरियल पसंद है या नहीं , जय श्री राम ! जय सीता राम !..